जब भी India-Pakistan Conflict बढ़ता है, Share Market की धड़कनें भी तेज हो जाती हैं। निवेशक घबराहट में अपने फैसले बदलते हैं और बाजार में अचानक गिरावट या उछाल देखने को मिल सकता है।
इतिहास से क्या सबक मिलता है?
अगर इतिहास पर नजर डालें, तो हर बार जब भी India-Pakistan Conflict हुआ है, बाजार ने शुरुआत में नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। लेकिन कुछ समय बाद बाजार ने रिकवरी भी दिखाई है। चाहे वह करगिल युद्ध हो या 2016 का सर्जिकल स्ट्राइक, बाजारों ने कुछ हफ्तों में वापसी कर ली थी।
तनाव के समय किन सेक्टर्स पर होता है सबसे ज्यादा असर?
- बैंकिंग सेक्टर और ऑटो सेक्टर पर सबसे तेज असर देखने को मिलता है।
- डिफेंस से जुड़े स्टॉक्स जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में उछाल आ सकता है।
- सोने जैसी सेफ हेवन एसेट्स में निवेश बढ़ता है।
निवेशकों के लिए सलाह
अगर आप निवेशक हैं, तो घबराने के बजाय शांत रहिए। इतिहास बताता है कि India-Pakistan Conflict के बाद बाजार सामान्य हो जाते हैं। इसलिए सोच-समझकर और दीर्घकालिक नजरिए से निवेश करना ही बेहतर रहेगा।
क्या करें और क्या न करें?
- अफवाहों के आधार पर जल्दबाजी में स्टॉक्स न बेचें
- मजबूत कंपनियों में विश्वास बनाए रखें
- छोटे समय के वोलैटिलिटी से न घबराएं
निष्कर्ष
India-Pakistan conflict से Share Market में थोड़ी बहुत अस्थिरता जरूर आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार मजबूत बने रहने की उम्मीद रहती है। धैर्य और समझदारी से ही बाजार की चाल को सही तरीके से समझा जा सकता है।
Read More:
- Stock Tips: चार Stocks में दिखी रॉकेट वाली तेजी, चार्ट पर दे रहे ब्रेकआउट के दमदार संकेत!
- 53800 के मजबूत बेस के बाद FMCG शेयरों में तेजी की उम्मीद, ऑटो स्टॉक्स में दिखेगी सुस्ती
- Chartist Talks: 25000 से पहले निफ्टी में आ सकता है करेक्शन, जानिए किन IT Stocks पर करें फोकस
- Ather Energy IPO: एंकर निवेशकों से ₹1,340 करोड़ जुटाए, 28 अप्रैल से मिलेगा निवेश का मौका!