पाकिस्तान के शेयर बाजार में आज सुबह जैसे ही ट्रेडिंग शुरू हुई, वैसे ही कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE-100) में 2500 अंकों की भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट ने पूरे बाजार में हड़कंप मचा दिया। निवेशकों के चेहरों पर चिंता साफ झलक रही थी।
भारत के एक्शन से गड़बड़ा गया माहौल
जानकारों के मुताबिक, इस तेजी से गिरते बाजार का बड़ा कारण भारत द्वारा उठाए गए कुछ आर्थिक और कूटनीतिक कदम हैं। हाल ही में भारत ने पाकिस्तान को लेकर नया आयात-निर्यात नियंत्रण लागू किया है, जिससे वहां की कंपनियों पर भारी असर पड़ा है।
निवेशकों में बढ़ी बेचैनी
कराची इंडेक्स की गिरावट के साथ ही छोटे और बड़े निवेशक दोनों ही बेहद डरे हुए नजर आए। कुछ निवेशकों ने अपने शेयर जल्दबाजी में बेच दिए, जिससे बाजार में पैनिक सेलिंग शुरू हो गई और हालात और बिगड़ते चले गए।
विश्लेषकों की चेतावनी
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स ने बताया कि यदि पाकिस्तान सरकार ने जल्द आर्थिक स्थिरता लाने के उपाय नहीं किए, तो शेयर बाजार में और गिरावट आ सकती है। इस समय निवेशकों को सोच-समझकर निवेश करने की सलाह दी जा रही है।
भारत की नीति बनी चर्चा का विषय
भारत के आक्रामक रुख और प्रभावी आर्थिक नीति ने इस पूरे घटनाक्रम को एक नया मोड़ दे दिया है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि भारत का यह कदम न सिर्फ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है, बल्कि अन्य देशों को भी स्पष्ट संकेत दे रहा है।
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